समाचार शीर्षक

अन्ना हजारे के समर्थन में उरई (जालौन) में अनशन

अन्ना हजारे के समर्थन में अनशन प्रारंभ
दिनांक - 5 अप्रैल 2011
स्थान -- उरई (जालौन) उ० प्र०
=================================

अन्ना हजारे के अनशन के समर्थन में आज दिनांक- 5 अप्रैल 2011 को उत्तर प्रदेश के जनपद-जालौन के शहर उरई में जिले के नागरिक भी अनशन पर बैठे। उरई के राजमार्ग पर स्थित तहसील कार्यालय के गेट पर विभिन्न व्यवसाय से जुड़े नागरिकों ने इस अनशन में भाग लेकर अन्ना हजारे के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया।




पूरी
तरह से नागरिक आन्दोलन तथा गैर-राजनैतिक आन्दोलन के रूप में प्रारम्भ इस कार्यक्रम का उद्देश्य सरकार द्वारा लोकपाल बिल का यथाशीघ्र पास करवाने का है। आन्दोलन का उद्देश्य व्यक्तिगत नहीं अपितु देशहित को ध्यान में रखकर निर्धारित किया गया है, इसी कारण से सम्पूर्ण देश के साथ-साथ उरई शहर में भी यह आन्दोलन पूरी शान्ति के साथ, अहिंसात्मक रूप में चलाया जा रहा है।



आज प्रातः 10 बजे से अनशन को प्रारम्भ किया गया। इसमें शामिल होने वालों में महाविद्यालय के प्राध्यापकगण, इंटर कॉलेज के शिक्षक, व्यापारी, राजनेता, अधिवक्ता, स्वयंसेवी संस्थाओं के सदस्य, मीडियाकर्मी, कृषक आदि सम्मिलित हुए। सभी एक स्वर में लोकपाल बिल को पारित करने, भ्रष्टाचार मुक्त समाज के निर्माण की मांग कर रहे थे।


अनशन में डॉ0 राकेश नारायण द्विवेदी, डॉ0 शिवशंकर पटेल, डॉ0 देवेन्द्र नाथ, डॉ0 इन्द्रमणि, डॉ0 कुमारेन्द्र सिंह सेंगर (सभी गांधी महाविद्यालय, उरई), डॉ0 रामनिवास मानव, डॉ0 रामलखन विश्वकर्मा, डॉ0 के0 सी0 गुप्ता, डॉ0 दुर्गेश कुमार सिंह, डॉ0 रामप्रताप सिंह, डॉ0 रामेन्द्र गुप्ता (सभी दयानन्द वैदिक महाविद्यालय, उरई), डॉ0 जयशंकर तिवारी, (मथुरा प्रसाद महाविद्यालय, कोंच), महेन्द्र विक्रम सिंह, (एडवोकेट), इन्द्रजीत सिंह यादव, (वरिष्ठ अधिवक्ता तथा राजनेता), महेश सर, सुभाष चन्द्रा, (महासचिव, सेवा दृष्टि संस्थान, उरई), अवधेश कुमार दीक्षित, एडवोकेट, मनोज कुमार सचान, अरुण कुमार, शालिगराम निरंजन, गजेन्द्र सिंह गुर्जर, घनश्याम दास शर्मा, अश्वनी बुधौलिया, ज्याति प्रसाद गर्ग, विजय सिंह निरंजन, अहिवरन सिंह यादव आदि सहित जिले के कई गणमान्य नागरिक अनशन स्थल पर उपस्थित रहे।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें